दोस्तों जैसे की आपको पता है कि indian army में पहले physical होता था
लकिन अब Physical के स्थान पर अब युवाओं को पहले लिखित परीक्षा देनी होगी। इस प्रस्ताव को केन्द्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। वित्तिय स्वीकृति मिलते ही देशभर में यह व्यवस्था शुरू होगी। संभावना है कि वर्ष के आखिर तक यह व्यवस्था पूरे देश में लागू हो। शनिवार को सीकर सेना भर्ती रैली का जायजा लेने आए भारतीय सेना के अतिरिक्त निदेशक (भर्ती) मेजर जनरल जे. के. मारवाल ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि कोई दलाल भर्ती प्रक्रिया में कुछ भी नहीं कर सकते है। इसलिए युवाओं को दलालों के चंगुल से दूर रहना होगा। इस दौरान उपनिदेशक डीबी पाणी, भर्ती निदेशक वीएस पठानिया, एडिशनल एसपी राकेश काछवाल, एसडीएम जगदीश प्रसाद गौड़, एसीएम सिराज अली जैदी, तहसीलदार पंकज शर्मा, नेमीचंद पिलानियां सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बढ़ा क्रेज
अब तक ये बदलाव
- प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिक जांच का कार्य भी पूरी तरह ऑनलाइन।
लकिन अब Physical के स्थान पर अब युवाओं को पहले लिखित परीक्षा देनी होगी। इस प्रस्ताव को केन्द्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। वित्तिय स्वीकृति मिलते ही देशभर में यह व्यवस्था शुरू होगी। संभावना है कि वर्ष के आखिर तक यह व्यवस्था पूरे देश में लागू हो। शनिवार को सीकर सेना भर्ती रैली का जायजा लेने आए भारतीय सेना के अतिरिक्त निदेशक (भर्ती) मेजर जनरल जे. के. मारवाल ने यह जानकारी दी।
मेजर जनरल जे. के. मारवाल नेे कहा कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी संभव नहीं है। इसके अलावा सेना एक दिन में ही दौड़, दस्तावेज जांच व मेडिकल प्रक्रिया पूरी करने की भी योजना बना रही है। इससे अभ्यर्थियों को बार-बार भर्ती स्थल पर नहीं आना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि कोई दलाल भर्ती प्रक्रिया में कुछ भी नहीं कर सकते है। इसलिए युवाओं को दलालों के चंगुल से दूर रहना होगा। इस दौरान उपनिदेशक डीबी पाणी, भर्ती निदेशक वीएस पठानिया, एडिशनल एसपी राकेश काछवाल, एसडीएम जगदीश प्रसाद गौड़, एसीएम सिराज अली जैदी, तहसीलदार पंकज शर्मा, नेमीचंद पिलानियां सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
प्रशासन, अभ्यर्थी दोनों को फायदा
अतिरिक्त निदेशक (भर्ती) ने बताया कि नई व्यवस्था से अभ्यर्थियों को सीधे तौर पर फायदा होगा। लिखित परीक्षा पास करने वालों को ही शारीरिक परीक्षा की तैयारी करनी होगी। अभी एक भर्ती के लिए औसतन से 40 हजार से सवा लाख युवा तैयारी करते है। वहीं संबंधित जिला प्रशासनों को भर्ती कराने में ज्यादा परेशानी नहीं आएंगी। पहले लिखित परीक्षा होने से सभी को फायदा मिलेगा।सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बढ़ा क्रेज
मेजर जनरल जितेन्द्र मारवान ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद देशभर में युवाओं का सेना के प्रति क्रेज बढ़ा है। इसकी हकीकत फिलहाल हो रही सेना भर्ती रैली में देखने को मिल रही है। सेना अधिकारियों ने बताया कि हाथ पर टेटू गुदवाने वाले युवाओं को सेना में इन्ट्री नहीं दी जाएगी। इसके पीछे वजह सेना का अनुशासन है। उन्होंने कहा कि इससे त्वचा संबंधी बीमारी होने का भी खतरा रहता है।
अब तक ये बदलाव
- पहले तहसील मुख्यालयों पर जाकर लेना पड़ता था टोकन। अब ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था।
- दस्तावेज सत्यापन सहित अन्य कार्य मैन्युल। अब सभी कार्य कम्प्यूटर के जरिए।
- हर जिले के युवाओं के लिए वर्ष में एक बार औसतन एक भर्ती निश्चित।
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